Everything about Shiv chaisa
Everything about Shiv chaisa
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि Shiv chaisa भारी ।
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
त्रयोदशी ब्रत more info करे हमेशा। तन नहीं ताके shiv chalisa lyricsl रहे कलेशा॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।